पालीवाल, कृष्णदत्त

सृजन का अंंतर्पाठ / उत्तर- आधुनिक विमर्श Srajan ka antarpath कृष्णदत्त पालीवाल - नई दिल्ली सामयिक प्रकाशन 2009 - 432 पृ.

9788171381746 रू 700.00


हिन्दी साहित्य
आलोचना

891.4309 / पालीवा-सृ